शुकवार को BSSC तृतीय स्नातक परीक्षा पहली पाली शुरू होते ही पेपर बाहर गया। छात्र नेता दिलीप कुमार ने भास्कर को प्रश्न पत्र के पन्ने भेजे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि यह आज हो रही शुक्रवार की परीक्षा के प्रश्न पत्र हैं कि नहीं यह परीक्षा खत्म होने के बाद ही पता चल पाएगा।
पहली शिफ्ट सुबह 10.15 से 12.15 बजे तक थी। भास्कर के पास यह पेपर सवा 11 बजे मिला था। पहली पाली में परीक्षा खत्म होने के बाद दैनिक भास्कर ने कैंडिडेट्स को ये प्रश्न पत्र दिखाए। उन्होंने पुष्टि की है कि हमें यही पेपर एग्जाम के दौरान भी मिला था।
जानिए परीक्षा देकर बाहर निकले छात्रों ने क्या कहा
बिहार का सारा आयोग सड़ चुका है। सरकार भी किसी काम की नहीं है। इतनी मेहनत से तैयारी की थी। बाहर निकले तो पता चला पेपर ही लीक हो गया है।
हम ठंड में ट्रेन में खड़े-खड़े मेहनत कर के परीक्षा देने आए। यहां आकर पता चल रहा है पेपर लीक है। गरीब का बच्चा गरीब ही रह जाएगा।
• केंद्र सरकार का पेपर क्यों लीक नहीं होता। बिहार में ही ऐसा क्यों होता है।
• हमने पेपर मिलाया है। दोनों पेपर बिल्कुल एक जैसे हैं।
अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ है।
राज्य में 38 जिलों में 528 केंद्र
बिहार के 38 जिलों में इसको लेकर 528 केन्द्र बनाए गए हैं। ये परीक्षा 23 और 24 दिसंबर को होनी है। इस परीक्षा के जरिए 2187 पदों पर भर्ती होनी है। शुक्रवार को दो शिफ्ट में परीक्षा हो रही है। परीक्षा शुरू होने के बाद प्रश्न पत्र बाहर दिख रहा है।
इस बार ज्यादा सख्ती बरती गई है
बता दें कि इस बार BSSC ने परीक्षा में पहले से ज्यादा सख्ती बरती है। अभ्यर्थियों को इस ठंड में भी जूता की
जगह चप्पल पहन कर आने को कहा गया है। जो परीक्षार्थी जूता पहन कर आए उनके जूते बाहर खुलवाए गए। BSSC ने इस बार की परीक्षा में परीक्षार्थियों को कलम लेकर भी आने की मनाही की है। आयोग की तरफ से परीक्षा केन्द्र पर ही कलम दिए गए हैं। अन्य कई ऐसे निर्देश भी दिए गए हैं जिससे कदाचार को रोका जा सके। सभी को इंतजार है कि जो प्रश्न पत्र बाहर दिख रहे हैं वे सही हैं या ये किसी की शरारत भर है !
8 साल के बाद आई है वैकेंसी
बता दें कि 23 दिसंबर को दो शिफ्टों और 24 दिसंबर को एक शिफ्ट में परीक्षा ली जानी है। यह वैकेंसी आठ साल बाद आई है। इससे पहले 2014 में यह वैकेंसी आई थी। इस बार अप्रैल 2022 में यह वैकेंसी लाई गई थी। पीटी के बाद मेंस की परीक्षा ली जाएगी। कमीशन का कहना है कि जून 2023 तक चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। अंतिम रूप से पास अभ्यर्थी अपनी प्राप्त योग्यता के आधार पर सचिवालय सहायक, अंकेक्षक (अंकेक्षण निदेशालय), योजना सहायक, , मलेरिया निरीक्षक, डाटा इंट्री ऑपरेटर, अंकेक्षक (निबंधन कार्यालय सहयोग समिति) के पदों पर नियुक्त किए जाएंगे।
परीक्षा के लिए पास होने के लिए लाने होंगे इतने अंक
सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 40 प्रतिशत, पिछड़ा
वर्ग को 36.50 प्रतिशत, ईबीसी को 34 प्रतिशत, एससी-एसटी को 32 प्रतिशत, महिला को 32 प्रतिशत और दिव्यांग को भी 32 प्रतिशत परीक्षा तिथि को सुबह से परीक्षा की समाप्ति तक परीक्षा केन्द्र के आसपास के साइबर कैफे, कोचिंग सेंटर, फोटो कॉपियर / स्कैनर की दुकानें बंद रहेंगी।
OMR शीट पर इन चीजों को देखें
एग्जाम सेंटर पर मिली आंसर शीट और ओएमआर शीट पर सिम नंबर छपा होना चाहिए। अगर उसमें कोई भी गलती होती है तो उसी समय निरीक्षक को बोलकर इसमें बदलाव करा ले, यह काम परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले करवा ले। साथ ही आपको जो ओएमआर शीट दिया गया है उस पर कोई भी पहचान चिन्ह ना छोड़े इससे आपका पेपर रद्द किया जा सकता है। ओएमआर शीट पर अपना रोल नंबर, सेंटर कोड आदि अच्छी तरह से चेक करके भरें। सभी गोले सही ढंग से भरें वर्ना उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।
9 मई को हुई बीपीएससी पीटी की परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की 9 मई को हुई 67वीं पीटी की परीक्षा इस साल इसलिए रद्द करनी पड़ी थी कि प्रश्न पत्र लीक हो गया था। इसकी जानकारी भी छात्र
करके भरें। सभी गोले सही ढंग से भरें वर्ना उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।
9 मई को हुई बीपीएससी पीटी की परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की 9 मई को हुई 67वीं पीटी की परीक्षा इस साल इसलिए रद्द करनी पड़ी थी कि प्रश्न पत्र लीक हो गया था। इसकी जानकारी भी छात्र नेता दिलीप ने ही सरकार तक भेजी थी। उस समय सभी केन्द्रों की परीक्षा रद्द करनी पड़ी और फिर से परीक्षा लेनी पड़ी थी। जांच कमेटी बनी। कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुईं। इससे बिहार की काफी बदनामी हुई थी। इसके बाद बीपीएससी भी परीक्षा के पैटर्न में कई तरह के बदलाव कर रहा है।

