आजकल सोने के दाम ऐसे तेज़ी से बढ़ रहे हैं कि अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कहां जा के रुकेगा। 2025 में सोना इंडिया में जोरदार रफ्तार से ऊपर जा रहा है। रमजान, नवरात्रि, दिवाली जैसे बड़े त्योहार आ रहे हैं, तो लोग ज्वेलरी खरीदने में जुटे हैं। त्योहारी सीजन में मांग बढ़ना तो आम बात है।
लेकिन ऐसा सिर्फ त्यौहारों की वजह से नहीं है, बहुत सारी बड़ी वजहें हैं:
सबसे पहले, अमेरिका और चीन के बीच चल रहे झगड़ों और रूस-यूक्रेन के हालात ने दुनिया भर में टेंशन बढ़ा दी है। जब भी ऐसी अनिश्चितता होती है, लोग पैसे को सुरक्षित रखने के लिए सोना खरीदते हैं।
ग्लोबल मार्केट में डॉलर कमजोर हो रहा है, जिसका मतलब विदेशियों के लिए सोना सस्ता हो गया है। इससे मांग बढ़ गई है।
अमेरिका में फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है। जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो सोने की चमक और बढ़ जाती है क्योंकि लोग उससे अच्छा मुनाफा कमाने की उम्मीद करते हैं।
साथ ही, कई देशों के केंद्रीय बैंक जैसे इंडिया का रिजर्व बैंक भी सोना खरीद रहे हैं, जिससे इसकी कीमत में तेजी आती है।
और हां, भारत में सोने पर लगने वाले टैक्स और आयात शुल्क भी कीमतों को और ऊपर ले जा रहे हैं।
चाहे महंगा हो या सस्ता, शादी-ब्याह, तीज-त्योहार और इन्वेस्टमेंट के लिए सोना तो खरीदा ही जाएगा। जो लोग समझदारी दिखाना चाहते हैं, वे सोच-समझ कर सही वक्त पर सोने में निवेश कर सकते हैं।
तो कुल मिलाकर, सोने के दाम इतने बढ़ने की वजह है दुनिया की अनिश्चितता, त्योहारों की मांग, डॉलर की चाल और केंद्रीय बैंकों की खरीददारी। आगे भी कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन सोना हमेशा से सेफ निवेश माना जाता रहा है।

