नाम... कुलदीप यादव...! काम... पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच। ईनाम...दूसरे टेस्ट मैच में प्लेइंग इलेवन से बाहर। भारत और बांग्लादेश के बीच जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम, चट्टोग्राम में खेले गए पहले टेस्ट के दौरान 3 शतक लगे। पर मुकाबले का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया कुलदीप यादव को...! गेंदबाजी में कुल मिलाकर 8 विकेट और एक पारी में बल्ले से 40 रन। यह वही खिलाड़ी है, जो पिछले ढाई साल से टीम इंडिया में आने के लिए संघर्ष कर रहा था। पर उन्हें चयनकर्ताओं की तरफ से लगातार नजरअंदाज किया जा रहा था। एक मौका मिला और कुलदीप उम्मीदों पर खरे उतरे। पर स्पिनिंग ट्रैक वाले शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम, ढाका में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन से कुलदीप को बाहर कर दिया गया है।
अब आप जरा पहले टेस्ट में कुलदीप के प्रदर्शन पर निगाह डालिए। चट्टोग्राम टेस्ट मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था और पहले दिन की अंतिम गेंद पर अक्षर पटेल आउट हो गए। स्कोर 278 पर 6 विकेट। 82* पर श्रेयस जरूर नाबाद थे लेकिन दूसरे दिन वह भी 86 पर चलते बने। भारत को 293 पर सातवां झटका लग गया। अब भारत बड़े स्कोर से दूर जा रहा था। इसके बाद अगले 33 ओवरों तक बांग्लादेश को एक भी विकेट नहीं मिला क्योंकि कुलदीप ने अश्विन के साथ मिलकर 92 रन जोड़ दिए। अश्विन ने 113 गेंदों पर 58 रन बनाए और अपने टेस्ट करियर का 13वां अर्धशतक जड़ा। टेस्ट क्रिकेट में 5 शतक लगा चुके अश्विन के लिए ऐसा करना कोई नई बात नहीं थी।
पर यहां पर दाद देनी होगी कुलदीप यादव की...! 114 गेंदों पर 40 रनों की संघर्षपूर्ण पारी। कुलदीप एक छोर पर अंगद की तरह पांव गाड़कर डट गए थे। जब 385 के स्कोर पर अश्विन के रूप में भारत ने अपना आठवां विकेट गंवाया तो इसके बाद कुलदीप यादव अपना पहला अर्धशतक बनाने से चूक गए। भारत की पहली पारी 404 रनों तक पहुंची, इसमें लोअर ऑर्डर में खेलने वाले कुलदीप यादव का बड़ा योगदान रहा। अगर उन्होंने अश्विन के साथ साझेदारी नहीं बनाई होती तो भारत का 350 तक पहुंचना भी मुश्किल होता। अब गेंदबाजी में कमाल की दरकार थी।
कुलदीप यादव ने 16 ओवरों में 2.5 की इकोनॉमी से 40 रन देते हुए सबसे ज्यादा 5 विकेट अपने नाम किए। जिस शाकिब अल हसन को दूसरी पारी में ताबड़तोड़ 84 रन बनाने के बाद कुलदीप यादव ने बोल्ड मारा था, पहली पारी में भी 25 गेंदों पर 3 रन बनाने पर उन्हें कुलदीप ने ही पवेलियन का रास्ता दिखाया था। पहली इनिंग के 25वें ओवर की दूसरी गेंद पर शाकिब कुलदीप के खिलाफ बड़ा शॉट खेलने के लिए जल्दी स्टेप आउट कर गए। रिस्ट स्पिनर कुलदीप ने लेंथ पीछे रखी और परफेक्ट लेग ब्रेक डाल दी। मजबूरी में शाकिब को एक्रॉस द लाइन खेलना पड़ा और उनके बल्ले का थिक आउटसाइड एज स्लिप में विराट कोहली के हाथों में चला गया।
इसके बाद 33वें ओवर की पहली गेंद पर कुलदीप की लेग ब्रेक को नूरुल हसन पीछे हटकर लेग साइड में खेलना चाह रहे थे। शॉट को नीचे नहीं रख सके और शॉर्ट लेग पर गिल ने अपनी दाहिनी तरफ जाते हुए शानदार कैच पकड़ लिया। 35वें ओवर में कुलदीप ने विकेटों का डबल धमाल किया। दूसरी गेंद खूबसूरत लेग ब्रेक और बल्ले को बीट करते हुए सीधे पैड से जा टकराई। मुशफिकुर रहीम स्पिन से बीट हुए और LBW करार दिए गए। अंतिम गेंद गुगली डालकर कुलदीप यादव ने पहले तैजुल इस्लाम को रूम के लिए क्रैंप किया और फिर बोल्ड कर दिया। 49वें ओवर की पांचवीं गेंद बल्लेबाज इबादत हुसैन की उम्मीद से ज्यादा टर्न कर गई और बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटकीपर पंत के हाथों में चली गई।
इसी के साथ कुलदीप यादव के टेस्ट करियर के तीसरे 5 विकेट आ चुके थे। दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी का अवसर नहीं मिला लेकिन कुलदीप ने गेंदबाजी से फिर एक दफा अपनी उपयोगिता साबित कर दी। दूसरी पारी में अक्षर पटेल ने 32 ओवर डाले, आर. अश्विन से 27 ओवर गेंदबाजी कराई गई लेकिन कुलदीप यादव को केवल 20 ओवर डालने का अवसर दिया गया। उनसे ज्यादातर गेंदबाजी भी पारी के अंत में कराई गई, जब कई दिग्गज बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। आखिरकार कुलदीप से दूसरी इनिंग में ज्यादा बॉलिंग क्यों नहीं कराई गई, इसका जवाब दूसरे टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन देखकर समझ आ गया। दूसरी पारी में भी कुलदीप ने 20 ओवरों में 3.6 की इकोनॉमी से 73 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए थे। मुकाबले के अंतिम दिन उन्होंने शाकिब अल हसन को बोल्ड मारकर हिंदुस्तान की जीत सुनिश्चित कर दी थी।
कुलदीप यादव जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को पहले टेस्ट में धमाकेदार प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर क्यों किया गया, इसका जवाब बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को देना चाहिए। इस होनहार चाइनामैन स्पिनर और मुश्किल वक्त में धांसू बल्लेबाजी करने वाले बैटर को हर हाल में टीम इंडिया में लेना चाहिए।
जरूर मचाता अपनी गेंदों से जमकर पूरा तांडव
अगर दूसरे टेस्ट में शामिल होता कुलदीप यादव ❤️

