पुनौरा में बनने बनने वाले मंदिर के निर्माण को लेकर गुजरात से पहुंची अभियंताओं की टीम ने किया निरीक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया है। यहां मंदिर के चारो ओर वास्तु शिल्प के 61 दिव्य मीनारें बनेगी। इसमें उत्कृष्ट मकराना पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा। यह मंदिर प्रारूप के अनुसार 194×194 फीट की परिधि में होगा। इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। वास्तुविद सोमपुरा के अुनसार सीता कुंड के मध्य एक दिव्य सीता उद्भव मंदिर का निर्माण किया जायेगा। मंदिर के चारों ओर वास्तु शिल्प से संपन्न 61 दिव्य मीनारें तैयार की जाएगी।
बखरी में 24.39 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई
विश्व की सबसे ऊंची सीता माता की नौ विग्रह स्वरूप की 251 फीट की प्रतिमा का निर्माण कार्य का भूमि पूजन इसी साल किया जाएगा। इसमें राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। इसके लिए बखरी में 24. 39 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है।
इसकी निशुल्क रजिस्ट्री के लिए प्रस्ताव भी भेजा दिया गया है। विश्व की सबसे ऊंची इस मुख्य प्रतिमा में माता सीता नौ विग्रह रूप में दिखेंगी।
साथ ही वृत्ताकार 108 माता सीता के विभिन्न स्वरूपों की प्रतिमा का भी निर्माण होगा। ताकि श्रद्धालु नौका विहार की तरह माता के दिव्य दर्शन कर सकेंगे।
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