सीतामढ़ी में विश्व का सबसे बड़ा सीता मंदिर:बखरी में 251 फीट के मंदिर की रखी जाएगी नींव; भूमि पूजन में राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री होंगे शामिल

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साल 2023 में सीतामढ़ी में माता सीता की दो भव्य मंदिर की नींब रखी जाएगी। बखरी में विश्व के सबसे ऊंची 251 फीट की मंदिर की नींव रखी जाएगी। वहीं पुनौरा धाम में मकराना पत्थर से बनने वाली दिव्य सीता उद्भव मंदिर की आधारशीला रखी जाएगी। इस दिशा में प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मंदिर के भूमि पूजन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे

पुनौरा में बनने बनने वाले मंदिर के निर्माण को लेकर गुजरात से पहुंची अभियंताओं की टीम ने किया निरीक्षण का कार्य पूर्ण कर लिया है। यहां मंदिर के चारो ओर वास्तु शिल्प के 61 दिव्य मीनारें बनेगी। इसमें उत्कृष्ट मकराना पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा। यह मंदिर प्रारूप के अनुसार 194×194 फीट की परिधि में होगा। इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। वास्तुविद सोमपुरा के अुनसार सीता कुंड के मध्य एक दिव्य सीता उद्भव मंदिर का निर्माण किया जायेगा। मंदिर के चारों ओर वास्तु शिल्प से संपन्न 61 दिव्य मीनारें तैयार की जाएगी।

त्रेता युग में इसी पुण्य भूमि के इसी स्थान से विदेह राजा जनक के हल परिचालन के दौरान आदि शक्ति भगवती सीता का प्राक्टय हुआ था। इस भूमि की गरिमा के अनुरूप महावीर मंदिर न्यास समिति पटना यहां दिव्य सीता उद्भव मंदिर निर्माण के लिए उनसे प्रारूप तैयार कराया है। प्रस्तावित दिव्य मंदिर के निर्माण में उत्कृष्ट मकराना पत्थर का इस्तेमाल होगा। आचार्य किशोर कुणाल की सहमति से सीता उद्भव मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जायेगा।

बखरी में 24.39 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई

विश्व की सबसे ऊंची सीता माता की नौ विग्रह स्वरूप की 251 फीट की प्रतिमा का निर्माण कार्य का भूमि पूजन इसी साल किया जाएगा। इसमें राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। इसके लिए बखरी में 24. 39 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है।

इसकी निशुल्क रजिस्ट्री के लिए प्रस्ताव भी भेजा दिया गया है। विश्व की सबसे ऊंची इस मुख्य प्रतिमा में माता सीता नौ विग्रह रूप में दिखेंगी।

साथ ही वृत्ताकार 108 माता सीता के विभिन्न स्वरूपों की प्रतिमा का भी निर्माण होगा। ताकि श्रद्धालु नौका विहार की तरह माता के दिव्य दर्शन कर सकेंगे।

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अब बिहार की एक और पहचान होगी, वो पहचान होगी- सबसे बड़े राम, सीता, शिव और बुद्ध की मूर्ति से। यहां इनकी विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति लगाई जाएंगी। सबकी अपनी खासियत होगी। बक्सर में भगवान श्रीराम और सीतामढ़ी में माता सीता, बोधगया में महात्मा बुद्ध की मूर्ति (तैयार हो गई है) इसके साथ पूर्वी चंपारण में विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित होगा। 

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